झारखंड की धरोहर बन सकती है चौपारण स्थित बिष्णु का खीरमोहन, बनी डॉक्यूमेंट्री, होगा विश्वस्तरीय शोध

झारखंड की धरोहर बन सकती है चौपारण स्थित बिष्णु का खीरमोहन, बनी डॉक्यूमेंट्री, होगा विश्वस्तरीय शोध

चौपारण में 1932 से संचालित बिष्णु खीरमोहन फिलहाल स्वीट डिश के तौर पर देश में अपना स्थान बना चुकी है।

देश विदेश में पहुंचा खीरमोहन की महक,खीरमोहन के मुरीद हुए देश की कई नामचीन हस्तियां


यदि झारखंड सरकार अपनी योजना में सफल रही तो चौपारण के बिष्णु का खीरमोहन सिर्फ मुंह में ही नहीं बल्कि लोगों की जिंदगी में भी मिठास घोलेगा। झारखंड सरकार के डॉ राम दयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान रांची की टीम ने बिष्णु खीरमोहन दुकान और संस्थान पर लगभग एक घंटे की डाक्यूमेंट्री बनाई है। जिसे राज्य सरकार के फूड विभाग को सौंपी जाएगी, जहां इस पर विश्वस्तरीय शोधकर्ताओं के द्वारा इस पर विशेष शोध किया जाएगा। माना जा रहा है कि बिष्णु खीरमोहन को झारखंड सरकार धरोहर के रूप में पेश करेगी। जाहिर है इसके बाद खीरमोहन की लोकप्रियता और बढ़ेगी, इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलेगा।


मालूम हो कि चौपारण में 1932 से संचालित बिष्णु खीरमोहन फिलहाल स्वीट डिश के तौर पर देश में अपना स्थान बना चुकी है। बिष्णु खीरमोहन के बाद चौपारण में एक के बाद एक दर्जनों खीरमोहन की दुकानें खुली। आज स्थिति यह है कि वहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति खीरमोहन का लुत्फ जरूर उठाते हैं। इतना ही दूर दराज के लोग भी आर्डर देकर खीरमोहन मंगाते हैं। अब चौपारण की पहचान लजीज खीरमोहन से हैं।


खीरमोहन के मुरीद हुए देश की कई नामचीन हस्तियां

खीरमोहन के जायका का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आजादी के पूर्व से बन रहे इस मिष्ठान के दीवाने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी हुए थे। भारत छोड़ो आंदोलन के समय इस मिष्ठान का आनंद लिया था और इसकी तारीफ की थी। भूमिदान आंदोलन के जनक डॉ बिनोवा भावे, प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू तिलैया डैम के उद्घाटन के दौरान यात्रा में इसका आनंद उठाया. इतना ही नहीं कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी, लालू प्रसाद यादव, उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा नेता अखिलेश यादव, पूर्व वित्त व विदेश मंत्री यशवन्त सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा, राजब्बर, स्मृति ईरानी समेत कई हस्तियों ने इस लजीज मिष्ठान का आनंद उठाया है।

देश विदेश में पहुंचा खीरमोहन की महक

खीरमोहन राज्य व अपने देश तक ही सीमित नही रह बल्कि इसकी महक विदेशों में भी लोगों को आकर्षित किया जिसमें स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, अमेरिका, नेपाल, थाईलैंड, पाकिस्तान, बंग्लादेश सहित कई देशों में खीरमोहन पहुंच गया। इसे वहां रह रहे लोग भी अपने चाहने वालों से मंगवाते रहे हैं।

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