पुलिस लाइन जैसी सुरक्षित जगह में रिंकी देवी की हत्या मामले में पुलिस खुलासे के करीब है।
पुलिस लाइन जैसी सुरक्षित जगह में रिंकी देवी की हत्या मामले में पुलिस खुलासे के करीब है।
पुलिस की जांच में कई बातें सामने आयी है। परशु कुमार राम के अलावा अन्य अपराधियों की भी संलिप्तता पर जांच आगे बढ़ रही है।
पुलिस लाइन जैसी सुरक्षित जगह में रिंकी देवी की हत्या मामले में पुलिस खुलासे के करीब है। पुलिस की जांच में कई बातें सामने आयी है। परशु कुमार राम के अलावा अन्य अपराधियों की भी संलिप्तता पर जांच आगे बढ़ रही है। परशु कुमार राम के हिरासत में लिए जाने के बाद से जेल जाने के पहले तक आरोपी अधिकारियों को गुमराह करता रहा। बताता रहा कि वह पुलिस लाइन में घटना के समय मौजूद था। उसने छह बजे से लेकर शाम सात बजे तक कहां-कह किन किन लोगों के साथ रहा। उसकी भी कहानी बताता रहा। उसने पुलिस को बताया कि जब वह पुलिस लाइन से क्वार्टर पहुंचा तो रिंकी देवी की हत्या की जा चुकी थी। वह घर के अंदर नहीं गया था। बाहर से ही रिंकी देवी को लहूलुहान देखकर शोरगुल करने लगा और दहाड़ मार कर रोने लगा। लेकिन लोहसिहना पुलिस ने जब उसका मोबाइल दिखा कर उसमें लगे खून के बारे में पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि वह घटना के बाद घर के अंदर प्रवेश किया था। पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड में सिपाही परशुराम के साथ अन्य बदमाश भी शामिल हो सकते हैं। क्योंकि गुरुवार को डॉग स्क्वायड की टीम खून के धब्बे सूंघने के बाद कुछ दूर चलने के बाद रुक गई थी। पुलिस को अंदाजा है कि इस हत्याकांड में बाहर के लोग शामिल थे। जो मोटरसाइकिल से हत्या को अंजाम देकर निकल गए। इसके कारण डॉग स्क्वायड की टीम हत्यारों को खोज नहीं पाई। घातक हथियार का क्वार्टर से बरामद नहीं होना भी इस शक को और गहरा कर रहा है।
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