हजारीबाग में शादी की खुशियां गम में बदलीं, विवाह के दिन दुल्हन की मां की मौत से पसरा मातम।
हजारीबाग में शादी की खुशियां गम में बदलीं, विवाह के दिन दुल्हन की मां की मौत से पसरा मातम।
गांव के प्रबुद्ध लोगों व रिश्तेदारों की पहल पर मां का अंतिम संस्कार से पहले बेटी की शादी तय स्थान हरिहर धाम बगोदर में करायी गयी।
हजारीबाग जिले के टाटीझरिया के खंभवा में शादी की खुशियां गम में बदल गयीं। बेटी की शादी के दिन ही मां की मौत से मातम पसर गया है। हालांकि प्रबुद्ध लोगों की पहल पर अंतिम संस्कार से पहले बिटिया की शादी बगोदर के हरिहर धाम मंदिर में करायी गयी। बताया जाता है कि शादी से एक दिन पहले देर में दुल्हन की मां की तबीयत अचानक बिगड़ गयी। इलाज के लिए ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गयी।
शादी को लेकर घर लोगों से भरा पड़ा था। कोई मंडप सजाने की तैयारी कर रहा था, तो कोई बारात के स्वागत की। महिलाएं दुल्हन को तैयार कर रही थीं। कहीं मंगल गीत गाये जा रहे थे। पूरे घर में बच्चों ने धमाचौकड़ी मचा रखी थी। चारों तरफ खुशियों का माहौल था, लेकिन अचानक खुशियों को किसी की नजर लग गई। पुत्री की डोली उठने से पहले मां की मृत्यु हो गई। टाटीझरिया के खंभवा निवासी उपेंद्र सिंह की बेटी रीना कुमारी की शादी 28 नवंबर को जरंगडीह (बोकारो) निवासी रोहन सिंह से तय थी। उसके अनुसार उपेन्द्र सिंह के घर में शादी का माहौल था। सारे रिश्तेदार आ गए थे। बस इंतजार था बरात आने का।
दुल्हन रीना की मां रेणु देवी (50 वर्ष) की तबीयत रविवार रात अचानक बिगड़ गयी। परिजन उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए रांची ले जाने लगे, उसी दौरान उनकी मौत हो गयी। इससे घर में शादी का माहौल गम में तब्दील हो गया। रात को ही रीना के परिजनों ने वर पक्ष वालों को मौत की सूचना दी। इसके बाद वर पक्ष वाले सोमवार को हरिहर धाम (बगोदर) आए और वहां तय समय व तिथि पर उसका विवाह हुआ। मौत की सूचना मिलते ही खंभवा और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के प्रबुद्ध लोगों व रिश्तेदारों की पहल पर मां का अंतिम संस्कार से पहले बेटी की शादी तय स्थान हरिहर धाम बगोदर में करायी गयी। रीना उपेंद्र सिंह की पांच बेटियों में चौथी बेटी है और उनका एक बेटा है। इस घटना से पीड़ित परिजनों के साथ इलाके के लोग गमगीन हैं।
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