समाजसेवी बाबर कुरैशी ने सांसद सामूहिक विवाह समारोह की भव्य बारात का स्वागत एवं अभिनंदन किया
समाजसेवी बाबर कुरैशी ने सांसद सामूहिक विवाह समारोह की भव्य बारात का स्वागत एवं अभिनंदन किया
हजारीबाग: सांसद सामूहिक विवाह समारोह के अंतर्गत रविवार को निकाली गई भव्य बारात का विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं समाजसेवियों द्वारा हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी बाबर कुरैशी ने अपने सहयोगियों के साथ बारातियों का भव्य स्वागत किया और सेवा भाव का परिचय देते हुए उन्हें जलपान एवं फूलमालाओं से सम्मानित किया।
सामूहिक विवाह समारोह के अंतर्गत निकली यह भव्य बारात सिमरा रेस्ट हाउस से प्रारंभ होकर हजारीबाग शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए सरदार चौक पहुँची। मार्ग में जगह-जगह नागरिकों द्वारा पुष्पवर्षा कर बारातियों का स्वागत किया गया। पारंपरिक बैंड-बाजों, ढोल-नगाड़ों और रंग-बिरंगी झांकियों से सजी इस बारात ने पूरे शहर में उत्सव का माहौल बना दिया।
सरदार चौक पर समाजसेवी बाबर कुरैशी ने विशेष रूप से बारातियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने सांसद मनीष जायसवाल को एक विशेष मंच पर आमंत्रित कर 51 किलो की विशाल माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर सांसद मनीष जायसवाल ने भी समाजसेवी बाबर कुरैशी और उनके सहयोगियों को मोतियों की माला पहनाकर सम्मानित किया।
बाबर कुरैशी ने न केवल स्वागत समारोह की अगुवाई की, बल्कि अपनी टीम के साथ मिलकर बारात में आए सभी मेहमानों को मिनरल वाटर और शरबत वितरित किया। उन्होंने विशेष रूप से सभी दूल्हों के परिजनों को फूलों की मालाएँ पहनाकर उनका सम्मान किया। यह आयोजन सामाजिक सौहार्द और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने वाला साबित हुआ।
बारात के स्वागत में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सदस्य, नगर के गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी भी शामिल हुए। बारात में शामिल लोगों ने इसे सामाजिक समरसता और परस्पर भाईचारे का प्रतीक बताया।
इस अवसर पर सांसद मनीष जायसवाल ने अपने संबोधन में सामूहिक विवाह समारोह के आयोजकों, समाजसेवियों और स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा,
"यह आयोजन केवल विवाह का कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सहयोग और परोपकार का संदेश देता है। सामूहिक विवाह से समाज में समानता की भावना बढ़ती है और जरूरतमंद परिवारों को सहायता मिलती है। मैं आयोजकों और सभी समाजसेवियों को इस भव्य कार्यक्रम की सफलता के लिए बधाई देता हूँ।"
बारात के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक झांकियाँ निकाली गईं, जिनमें पारंपरिक लोक नृत्य, झूमर और नागपुरी गीतों की धुन पर कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। ढोल-नगाड़ों की गूँज और सजीव झांकियों ने समारोह में चार चाँद लगा दिए।
शहर के लोगों ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए इसे एक प्रेरणादायक सामाजिक कदम बताया। समाज सेवी बाबर कुरैशी ने कहा,
"सामूहिक विवाह जैसे आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। इससे जरूरतमंद परिवारों को सहायता मिलती है और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को खत्म करने में भी मदद मिलती है।"
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