बालू घाटों के अभाव में तस्करों से महंगे बालू लेने को मजबूर हैं लोग!
बालू घाटों के अभाव में तस्करों से महंगे बालू लेने को मजबूर हैं लोग!
चौपारण प्रखंड के दादपुर पंचायत के ग्राम छत्रपुरा के पूर्व भाकपा विधायक रामलखन सिंह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर राज्य के सभी बालूघाटों की नीलामी कराकर जन-सुविधा मुहैया कराने की मांग की है। पत्र में लिखा कि राज्य के सभी जिलों में गृह निर्माण के साथ ही स्कूल, कॉलेज तथा सरकारी कार्यालयों के भवन निर्माण तथा सड़क निर्माण का कार्य बाधित है। आम लोगों को अपने कार्य जैसे घर निर्माण तथा निर्माण से संबंधित अन्य कार्यो के लिए बालू तस्करों एवं माफियाओं से महंगे दर पर बालू लेकर कार्य करना पड़ता है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। इतना ही नही सरकार राजस्व से वंचित हो रही है। सभी तरह के निर्माण में बालू एक आवश्यक वस्तु है। इसके अभाव में निर्माण कार्य सम्भव नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की। जनहित, समाजहित तथा राज्य हित में बालू घाटों की नीलामी कराकर सुविधा मुहैया करायी जाए। कहा कि इससे सरकार के खजाने में भी वृद्धि होगी। पूर्व विधायक ने सीएम सहित मुख्य सचिव झारखंड, रांची सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग, रांची को भी प्रतिलिपि दिया गया है।
चौपारण में बालू तस्करों के बढ़ रहा मनोबल: हजारी धमना बीडीओ सह मजिस्ट्रेट प्रेमचंद सिन्हा तथा स्थानीय पुलिस के साथ बालू तस्करों द्वारा गुंडा गर्दी निंदनीय है। कहा बालू की अवैध कारोबार से जुड़े बालू तस्करों के मनोबल बढ़ रहा है। कहा क्षेत्र में तो बालू तस्करों के मनोबल इतना बढ़ गया को जांच टीम के मजिस्ट्रेट के साथ मारपीट और स्थानीय पुलिस प्रशासन का राइफल छिनने का काम करने वाले अपराधी हो सकते हैं। बालू तस्कर यदि ऐसा करते है, तो बालू का अवैध कमाई के कारण ही मनोबल इतना बढ़ गया। बालू घाटों का नीलामी से बालू का दाम स्थिर हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवार भी घर बना सकते हैं।
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