नगर निगम क्षेत्र में अब भवन का निर्माण करना नहीं होगा आसान ! नगर निगम की टीम ने बन रहे भवनों की जांच की, नक्शा जमा करने का दिया निर्देश।

नगर निगम क्षेत्र में अब भवन का निर्माण करना नहीं होगा आसान ! नगर निगम की टीम ने बन रहे भवनों की जांच की, नक्शा जमा करने का दिया निर्देश। 
 
नक्शा बनाने में आने वाले कठिनाइयों और कार्यालय का चक्कर लगाने से बचने के लिए लोग बिना नक्शा पास कराए मकान बना ले रहे हैं।

सूत्रों की माने तो एक कट्ठा जमीन पर मकान बनाने के लिए नक्शा बनाने में लगभग तीस हजार रुपए तक खर्चा आता है। वहीं उसे निगम कार्यालय से पास करवाने में पचास हजार रुपए खर्च आते हैं। 

सभी भवन निर्माताओं को ओपन स्पेस, ड्रेनेज प्लान, रोड के लिए भी झारखण्ड भवन विनिमय 2016 के अनुरूप दिशानिर्देश दिए गए।


नगर निगम क्षेत्र में बिना पार्किंग और नक्शा पास कराए प्रावधानों का उल्लंघन कर व्यवसायिक प्रतिष्ठान अपार्टमेंट और बहुमंजिला इमारत बनाए जा रहे हैं। शहर में बिना नक्शा पास कराए अवैध प्लाटिंग कर खरीद बिक्री की जा रही है। इससे सरकार को प्रत्येक माह करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है। नगर निगम ने वैसे भवनों को चिह्नित कर नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शहर में भवन निर्माण के नियमों का उल्लंघन कर बन रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठान, अपार्टमेंट दुकान और मकान को चिन्हित किया जा रहा है। बिना पार्किंग वाले भवनों की सूची बनाई जा रही है। इस मुद्दे पर निगम की चुप्पी से बेतरकीब तरीके से भवन निर्माण करने वालों को बढ़ावा मिल रहा है जिसके कारण टाउन की प्लानिंग में गड़बड़ी सामने आ रही है। अतिक्रमण, जल निकासी, पेयजल सड़क और अन्य सुविधाओं लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। सूत्रों की माने तो एक कट्ठा जमीन पर मकान बनाने के लिए नक्शा बनाने में लगभग 35 से 50 हजार रुपए तक खर्चा आता है। स्क्वायर फीट के हिसाब से इसका दर बढ़ जाता है। बहुमंजिला इमारत के लिए खर्च की राशि कई गुना बढ़ जाती है। वहीं उसे निगम कार्यालय से पास करवाने में 50 हजार से लेकर लाखों रुपए खर्च आते हैं। नक्शा बनाने में आने वाले कठिनाइयों और कार्यालय का चक्कर लगाने से बचने के लिए लोग बिना नक्शा पास कराए मकान बना ले रहे हैं। शहर के विकास की रफ्तार को वर्तमान में देखा जाए तो इस में एक हजार से अधिक मकान शहरी क्षेत्र में बन रहे हैं। लेकिन निगम के पास कोई ऐसा डेटा नहीं है कि एक वर्ष में कितने नए मकान बने हैं।

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