माहेश्वरी परिवार हत्याकांड : चार साल बाद कोलकाता से आई फॉरेंसिक रिपोर्ट, बहुत जल्द हो सकता है खुलासा!

माहेश्वरी परिवार हत्याकांड : चार साल बाद कोलकाता से आई फॉरेंसिक रिपोर्ट, बहुत जल्द हो सकता है खुलासा!

हजारीबाग का बहुत चर्चित माहेश्वरी परिवार के छह लोगों की मौत की जांच में आती रही अड़चनें अब समाप्त हो गई हैं। अब तक जांच में विलंब का कारण फॉरेंसिक रिपोर्ट का नहीं आने का हवाला दिया जाता रहा था। मंगलवार को इस पर विराम लग गया। क्योंकि प्राप्त खबर के मुताबिक कोलकाता भेजे गए सारे फॉरेंसिक सैंपल का जांच रिपोर्ट हजारीबाग पुलिस को प्राप्त हो गई है।

फॉरेंसिक रिपोर्ट की सूचना पर हजारीबाग कोर्ट के आदेश से एसपी के निर्देश पर सदर थाना के एएसआई को सैंपल रिपोर्ट लाने के लिए कोलकाता भेजा गया था जो सारे जांच रिपोर्ट के बंद लिफाफे लेकर हजारीबाग पहुंच गए हैं। हजारीबाग से 11 सैंपल घटनास्थल से बरामद चिट्ठियां और पावर ऑफ अटॉर्नी के हैंडराइटिंग जांच आदि सैंपल कोलकाता फॉरेंसिक भेजा गया था। इसके लिए कोलकाता फॉरेंसिक ने हजारीबाग पुलिस से एक पेनड्राइव भी मांगा था जिसे हजारीबाग पुलिस ने उपलब्ध करा दिया था। बताया जाता है कि एक पृष्ठ का रिपोर्ट है इसके अलावा बंद लिफाफे में पेन ड्राइव में भी रिपोर्ट होने की संभावना है। अब इस रिपोर्ट से जांच टीम को अपनी जांच को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।

14 जुलाई 2018 को हुई थी घटना

14 जुलाई 2018 को खजांची तालाब के पास बने सीडीएम शुभम अपार्टमेंट के तीसरे तल के कमरा नंबर 303 में रह रहे माहेश्वरी परिवार के छह लोगों के मौत का मामला प्रकाश में आया था। आज भी यह गुत्थी सुलझ नहीं पायी है कि यह हत्या या आत्महत्या की घटना है। 

मरनेवालों में ये लोग थे शामिल

मरने वालों में परिवार के मुखिया महावीर अग्रवाल, पत्नी किरण अग्रवाल, उनका बेटा नरेश माहेश्वरी, बहू प्रीति अग्रवाल, पोता अमन अग्रवाल और पोती अन्वी उर्फ परी अग्रवाल शामिल थे। इनमें महावीर अग्रवाल का शव बेडरूम के पंखे से लटका मिला था, वहीं नरेश अग्रवाल का शव अपार्टमेंट के बाहर नीचे गिरा पड़ा था, जिसका हाथ व पैर टूटा हुआ था। किरण अग्रवाल का गला काट कर बिस्तर पर शव पड़ा था। प्रीति अग्रवाल का शव पंखे से लटका मिला था। वहीं पोता अमन फांसी पर लटका पाया गया था। पोती अन्वी का शव सोफा से बरामद किया गया था। 


फोरेंसिक लैब की टीम ने इन बिन्दुओं पर की जांच

एफएसएल की टीम ने घटना के दौरान शव किस अवस्था में पाए गए थे, उसकी जानकारी स्थानीय एवं परिवार वालों से ली है। साथ ही जिस फ्लैट से पांच शवों को बरामद किया गया था, उसे भी खोला गया। टीम ने विभिन्न पहलुओं की जांच की। एक सदस्य का शव अपार्टमेंट के बेसमेंट में पाया गया था। आखिरकार शव पांच तल से बेसमेंट में कैसे गिरा, इस बिन्दु पर विशेष रूप से जांच की गई। पहले शव जिस स्थान पर पाया गया था, उसे चिन्हित किया गया। उसके बाद ऊपर से तकनीकी आधार पर जांच की गई। री-क्रिएशन के क्रम में शव का पुतला बनाकर दो बार पांच तल से बेसमेंट में गिराए गए। 





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