पदमा प्रखंड में सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन है। उसके बाद भी इन तीन बड़ी योजनाएं जिनमें फार्मेसी कॉलेज, डिग्री कॉलेज तथा खेल मैदान के लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
पदमा प्रखंड में सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन है। उसके बाद भी इन तीन बड़ी योजनाएं जिनमें फार्मेसी कॉलेज, डिग्री कॉलेज तथा खेल मैदान के लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
प्रखंड के भूमाफिया सरकारी जमीन पर अपना अवैध धंधा चला कर मालामाल हो रहे हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा इन लोगों पर कोई कार्रवाई न करना काफी दुखद है। शायद इन लोगों की पहुंच क्षेत्र के बड़े नेताओं तक है।
पदमा प्रखंड में कई योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जमीन उपलब्ध न हो पाना इन दिनों क्षेत्र के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। पदमा प्रखंड में सैकड़ो एकड़ सरकारी जमीन है। उसके बाद भी इन तीन बड़ी योजनाएं जिनमें फार्मेसी कॉलेज, डिग्री कॉलेज तथा खेल मैदान के लिए जमीन उपलब्ध नही हो पा रहा है। इसके कारण ये योजनाएं अन्य प्रखंडों में जा रही है। फार्मेसी कॉलेज के निर्माण से कई लोगों को रोजगार मिल सकता था तथा डिग्री कॉलेज के निर्माण से यहां के छात्र- छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी आसानी होती तथा खेल मैदान के निर्माण से युवाओं को अपने खेल प्रतिभा को निखारने में काफी सहायता मिलती। योजनाओं का क्रियान्वयन ना हो पाने से लोगों में निराशा देखी जा रही है। विकास कार्यों में बाधा का मुख्य कारण यहां के भू माफिया का सरकारी जमीन पर कब्जा होना बताया जा रहा है। प्रखंड के भूमाफिया सरकारी जमीन पर अपना अवैध धंधा चला कर मालामाल हो रहे हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा इन लोगों पर कोई कार्रवाई न करना काफी दुखद है। शायद इन लोगों की पहुंच क्षेत्र के बड़े नेताओं तक है। यदि समय रहते प्रशासन तथा क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं देंगे तो आने वाला समय और भी निराशाजनक हो सकता है तथा पदमा का विकास इसी प्रकार और अवरुद्ध होता रहेगा। इस ओर से बरही के विधायक और हजारीबाग सांसद भी खामोशी बरते हुए हैं।
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