हजारीबाग की जन वितरण प्रणाली की सरकारी वेबसाइट पर साइबर अपराधियों का सेंधमारी का मामला सामने आया है। दरअसल साइबर अपराधियों ने वेबसाइट हैक कर 1014 ग्रीन कार्ड को गुलाबी कार्ड (PHH CARD) में ना सिर्फ बदला बल्कि राशन भी उठा लिया।हजारीबाग की जन वितरण प्रणाली की सरकारी वेबसाइट पर साइबर अपराधियों का सेंधमारी का मामला सामने आया है। दरअसल साइबर अपराधियों ने वेबसाइट हैक कर 1014 ग्रीन कार्ड को गुलाबी कार्ड (PHH CARD) में ना सिर्फ बदला बल्कि राशन भी उठा लिया।

हजारीबाग में साइबर अपराधियों का बोलबाला!


हजारीबाग की जन वितरण प्रणाली की सरकारी वेबसाइट पर साइबर अपराधियों का सेंधमारी का मामला सामने आया है। दरअसल साइबर अपराधियों ने वेबसाइट हैक कर 1014 ग्रीन कार्ड को गुलाबी कार्ड (PHH CARD) में ना सिर्फ बदला बल्कि राशन भी उठा लिया।



हजारीबाग जिले की जन वितरण प्रणाली की सरकारी वेबसाइट पर साइबर अपराधियों ने सेंधमारी कर दी है। साइबर अपराधियों ने वेबसाइट को हैक कर 1014 राशन कार्ड फर्जी तरीके से बना दिए और इन्‍हीं फर्जी कार्ड से अनाज भी उठाया गया। दरअसल साइबर अपराधियों ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी के लॉगिन आईडी को हैक कर ग्रीन कार्ड को पीएचएच कार्ड में कन्वर्ट कर दिया। कन्वर्ट पीएचएच कार्ड से 1014 लोगों ने 1 महीने का राशन तक उठा लिया। बता दें कि ग्रीन कार्ड उन लोगों का बनता है जो गरीब तो हैं, लेकिन कोटा नहीं होने के चलते इनका गुलाबी कार्ड नहीं बनता है। कोटा खाली होते ही ऐसे ग्रीन कार्ड को गुलाबी कार्ड में बदल दिया जाता है। हैकर्स ने काफी संख्या में ऐसे ग्रीन कार्ड को बिना कोटा ही गुलाबी कार्ड में बदल दिया। जब इनके ग्रीन कार्ड गुलाबी कार्ड में बदल गए तो परिवार के सभी सदस्यों को एक रुपए किलो की दर से पांच 5 किलो अनाज मिलने लगा। इस बात का खुलासा तब हुआ जब हजारीबाग के अलावा देवघर और गिरिडीह से भी ऐसे मामले प्रकाश में आए। 


घटना को लेकर हजारीबाग के जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरविंद कुमार कहते हैं कि अन्य जिलों से खबर आने के बाद आपूर्ति विभाग के कान खड़े हुए और गहनता से छानबीन शुरू कर दी गई। जब छानबीन की कुछ कड़ी आगे बढ़ी तो पता चला कि मेरा लॉगिन आईडी हैक कर ग्रीन कार्ड को गुलाबी कार्ड में तब्दील किया गया है। इसकी संख्या अब तक 1014 है। सबसे ज्यादा गुलाबी कार्ड बिष्णुगढ़ टाटीझरिया क्षेत्र में बनाए गए हैं। घटना को लेकर राज्य सरकार को इस बात की जानकारी दी गई है। इसके अलावा नजदीकी थाना लोहसिंहना में जिला आपूर्ति विभाग की सरकारी वेबसाइट हैक होने का लिखित आवेदन दिया गया है। विभाग के पदाधिकारी और जिस कंप्यूटर ऑपरेटर को लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिए गए थे, उससे भी पूछताछ की जा रही है। 


अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर है। 

फिलहाल जिला आपूर्ति विभाग हजारीबाग की सरकारी वेबसाइट को हैक करने वाले साइबर अपराधी कानून की पकड़ से बाहर हैं। कुछ दिनों के लिए सरकारी वेबसाइट को पूरी तरीके से हजारीबाग जिले के लिए बंद कर दिया गया है और किसी प्रकार के नए राशन कार्ड बनाने पर पाबंदी लगाई गई है। साइबर अपराधियों की तलाश जारी है।

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