बड़े मौकों पर बड़ा प्रदर्शन करके दिखाएगासूर्या भारत को वर्ल्ड कप जरूर जिताएगा। समूचे हिंदुस्तान को सूर्य कुमार यादव पर पूरा नाज है। T-20 इंटरनेशनल में दुनिया का नंबर वन बल्लेबाज है।
बड़े मौकों पर बड़ा प्रदर्शन करके दिखाएगा
सूर्या भारत को वर्ल्ड कप जरूर जिताएगा।
समूचे हिंदुस्तान को सूर्य कुमार यादव पर पूरा नाज है।
T-20 इंटरनेशनल में दुनिया का नंबर वन बल्लेबाज है।
बहुत हो गया कि सूर्यकुमार यादव एबी डिविलियर्स है। आंख, कान और नाक सब खोल कर सुन लो कि सूर्यकुमार यादव सिर्फ और सिर्फ सूर्यकुमार यादव है। उसके जैसा ना दुनिया में कभी कोई हुआ है और ना कभी कोई होगा। यकीन नहीं होता है तो जिंबाब्वे के खिलाफ जिस परिस्थिति में उसने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करके दिखाई है। जरा उसका सूरत-ए-हाल पढ़िए।
सूर्या जब 12वें ओवर में बल्लेबाजी करने आया। तो भारत का स्कोर 95 रन पर 3 विकेट था। अभी मैदान पर कदम ही रखा था कि 14वें ओवर की तीसरी गेंद पर ऋषभ पंत भी आउट हो कर चयन कर्ताओं को निराश कर के चलते बने। यहां से डर था कि कहीं भारत बड़े स्कोर तक पहुंच ना पाए।
16वें ओवर की दूसरी गेंद मुजरबानी ने मिडिल और लेग स्टंप के बीच बैक ऑफ लेंथ डाली। सूर्या ने शफल किया और कीपर के बगल से स्कूप शॉट खेल दिया। हद तो यह है कि गेंद लगभग छक्के के लिए चली गई थी और सीमा रेखा के ठीक सामने गिरी। अगली गेंद पर सूर्या ने फ्रंट लेग क्लियर करके रूम बनाया और फुल लेंथ डिलीवरी को मिड ऑफ के ऊपर से चौके के लिए खेल दिया। 17वें ओवर की पहली गेंद नगरवारा ने सूर्या को फुलटॉस आउटसाइड ऑफ डाल दी। सूर्या ने बल्ले का फेस खोला और शॉर्ट थर्डमैन की दिशा से चौका बटोर लिया। तीसरी गेंद नगरवारा ने फिर से फुलटॉस डाली और घुटनों पर आकर पिकअप शॉट। डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग के ऊपर से तूफानी छक्का।
नाम याद रखिएगा सूर्यकुमार यादव इनके मैदान पर आते ही गर्मी अपने आप बढ़ जाती है।
18वें ओवर की दूसरी गेंद चतारा ने मिडिल और लेग स्टंप के आसपास लेंथ बॉल डाली। सूर्या ने घुटनों पर जाकर इसे शॉर्ट फाइन लेग फील्डर के ऊपर से स्कूप कर दिया। यह 360 डिग्री नहीं बल्कि 720 डिग्री वाला शॉट था। ओवर की अंतिम गेंद चतारा ने आउटसाइड ऑफ फुल लेंथ की डाली। डीप एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से लॉफ्टेड ड्राइव। इस आसमान पार छक्के को जितनी बार देखिएगा, मन नहीं भरेगा। इस आतिशी शॉट के साथ ही भारत के डेढ़ सौ रन भी पूरे हो गए।
अब आई मुजरबानी के 19वें ओवर की चौथी गेंद। हाफ फॉली को सूर्यकुमार यादव ने स्ट्रेट डाउन द ग्राउंड खेल दिया। किसकी मजाल जो सूर्या का चौका रोक ले? इसके बाद हार्दिक पंड्या आउट हो गए और अंतिम ओवर में कुटाई की सारी जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव के कंधों पर आ गई। जब हार्दिक लौटे तो स्कोरबोर्ड पर 166 रन लगे हुए थे। नगरवारा ने 20वें ओवर की तीसरी गेंद सूर्या को फुल टॉस डाल दी। घुटने जमीन पर और गेंद डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग के आसमान के पार 6 रनों के लिए। इसी पल समझ आ गया था कि अंतिम ओवर की बची हुई अंतिम 3 गेंदों पर सूर्या का तूफान आएगा।
अंतिम ओवर की चौथी गेंद को डीप बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ स्लाइस करके सूर्या ने 2 रन बटोरे और 23 गेंदों में ही अपना ताबड़तोड़ अर्धशतक पूरा कर लिया। मेलबर्न ग्राउंड पर मौजूद 1 लाख दर्शक मानो अपने शोर से आसमान को जमीन पर ला देने पर आमादा थे। पांचवी गेंद पर सूर्या ने फिर एक बार घुटनों को जमीन पर टिकाया और बैकवर्ड स्क्वायर लेग की दिशा में चौका बटोर लिया। पारी की अंतिम गेंद फुल टॉस और सूर्या ने फाइन लेग की दिशा में स्कूप करके छक्का बटोर लिया।
अंतिम ओवर में 21 रन आए और सूर्यकुमार यादव ने 25 गेंदों पर नाबाद 61 रन जड़ दिए। स्कोरबोर्ड बता रहा था कि इस बल्लेबाज ने 244 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 6 चौके और 4 तूफानी छक्के लगा दिए। भारत ने कभी ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं देखा, जो किसी भी सूरत में लगातार बिना रुके बाउंड्री क्लियर करके दिखाता है। इसलिए तो सूर्यकुमार यादव T-20 क्रिकेट इतिहास का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज कहलाता है।
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