युवा पत्रकार गौरव प्रकाश और उनके परिवार की नेक और मानवीय सोच को सलाममृत्यु भोज में लगाया गौशाला का दान पेटी, लोगों ने श्रद्धा पूर्वक समर्पित किया दान
युवा पत्रकार गौरव प्रकाश और उनके परिवार की नेक और मानवीय सोच को सलाम
मृत्यु भोज में लगाया गौशाला का दान पेटी, लोगों ने श्रद्धा पूर्वक समर्पित किया दान
हजारीबाग के प्रसार भारती के युवा पत्रकार गौरव प्रकाश ने अपनी दिवंगत मां यशोदा देवी के श्राद्ध कार्यक्रम द्वादश, ब्राह्मण एवं सामूहिक भोज के दौरान समाज के लिए एक अतिव प्रेरक व्यवस्था बनाई। जिसमें इस सामूहिक भोज में शामिल होने वाले सभी जनों ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना के साथ उनकी तस्वीर पर पुष्पार्पण करने के साथ यहां तस्वीर के बगल में रखे कलकत्ता पिंजरापोल सोसाइटी, हजारीबाग के डब्बे में गौ आहार हेतु दान स्वरूप श्रद्धापूर्वक राशि समर्पित किया। अमूमन देखा जाता है कि लोग श्राद्ध कार्यक्रम में पहुंचते हैं और दिवंगत की तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात मृत्यु भोज में शामिल होते हैं और फिर मृतक के परिजनों को एक लिफ़ाफा थमा देते हैं। अनेक लोग यह लिफ़ाफा स्वीकार नहीं करते और फिर लोग वापस इसे अपने साथ ले जाते हैं। लेकिन पत्रकार गौरव प्रकाश आए और उनके परिवारजनों ने बड़े ही नेक और मानवीय सोच के साथ जिस परिपाटी की शुरुआत की वह समाज के मूक पशुओं के लिए बड़ा ही हितकर साबित हुआ। इस कार्यक्रम में उनके यहां करीब 1000 लोग शामिल हुए और सबों ने गौशाला के सेवा के लिए व्यवस्थित किए गए इस दान पेटी में यथासंभव सहयोग राशि समर्पित कर खुद को पुण्य का भागी माना।
सनातन धर्म में गाय को मां का स्वरूप माना गया है। गौमाता में 33 कोटि देवी देवताओं का वास है। गौ माता अन्नपूर्णा देवी है कामधेनु है और मनोकामना पूर्ण करने वाली है। ऐसे में गौ सेवा का विषेश महत्व हैं। गौ के आहार के लिए इकट्ठा हुआ राशि दान स्वरूप पिंजरापोल गौशाला समिति को सप्रेम भेंट किया गया।
एक और जहां आधुनिकता की अंधी दौड़ और बदलते समय में लोग अपनी भारतीय संस्कृति और परंपरा को भूलते जा रहे हैं वहीं अपनी परंपरा के निर्वहन के साथ गौ माता की विशेषता से समाज को परिचय कराते हुए जीवन में गाय के महत्व को समझाने के लिए पत्रकार गौरव प्रकाश और उनके परिवार का यह प्रयास काबिले तारीफ़ है। गौशाला के गायों का भरण पोषण सरकार द्वारा प्राप्त वित्तीय सहयोग के अलावे समाज के लोगों के द्वारा समर्पित किए जाने वाले सहयोग से ही संभव हो पाता है। ऐसे में समाज के हर जन को अपनी सक्षमता के अनुरूप गौ सेवा में बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए। समाज के कई जागरूक प्रतिष्ठान और जागरूक लोग इस सहयोग में कड़ी बनते हैं और अपने विभिन्न कार्य प्रयोजन में सेवा की भाव से गौ शाला में दान देते हैं।
✍ रंजन चौधरी,
मीडिया प्रतिनिधि, सदर विधायक, हजारीबाग।

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