झारखंड में दिसंबर तक हाई अलर्ट पर पुलिस, CM हेमंत सोरेन ने सभी जेलों में जैमर लगाने का दिया निर्देश।
झारखंड में दिसंबर तक हाई अलर्ट पर पुलिस, CM हेमंत सोरेन ने सभी जेलों में जैमर लगाने का दिया निर्देश।
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड और झारखंडवासियों की बेहतरी और विकास के लिए बेहतर पुलिसिंग बेहद जरूरी है। विशेषकर जिलों में बेहतर पुलिसिंग और लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने में पुलिस अधीक्षकों की भूमिका काफी अहम है। आपको विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सतर्क और चौकस रखते हुए अपनी जिम्मेदारी निभानी होती है। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक को वे संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर को कैसे बेहतर बनाएं। इस पर आपको अपने स्तर पर भी कार्य करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अपराध के कई चेहरे हैं। तरह-तरह के आपराधिक मामले सामने आ आ रहे हैं। साइबर अपराध और महिला उत्पीड़न जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। इनसे निपटने के लिए आपको ठोस रणनीति के साथ काम करना होगा। भुक्तभोगी को जल्द से जल्द इंसाफ मिले, इस दिशा में आपको पूरी कार्रवाई करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि अपराधियों से निपटने के लिए आप कठोरता से कार्रवाई करते हैं, वहीं महिला और पारिवारिक मामलों में पूरी संजीदगी और संवेदना के साथ आपको अपनी जिम्मेदारियों को निभाना होता है। ऐसी दोनों ही परिस्थितियों में आपका निर्णय काफी मायने रखता है। आप ऐसा कदम उठाएं, जिसका सकारात्मक नतीजा सामने आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी-कभी छोटी-छोटी घटनाएं काफी तूल पकड़ लेती हैं। अफवाह अथवा किन्हीं और वजह से ऐसी घटनाएं इतनी तेजी से फैलती हैं कि इसका असर एक बड़े वर्ग को प्रभावित करता है। ऐसी घटनाएं तूल नहीं पकड़े, इसका पूरा ध्यान रखें। इस तरह के मामलों का समाधान आप पूरी सावधानी और सतर्कता से करें ताकि इसे उसी स्तर पर ही नियंत्रित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कई अहम निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने राज्य में आपराधिक घटनाओं की समीक्षा के क्रम में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती, गृह उद्भेदन, दुष्कर्म समेत कई मामलों की जिलावार विस्तृत जानकारी ली और ये निर्देश दिए।
एक महीने के अंदर सभी जेलों में लगेंगे जैमर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलों में बंद कई अपराधियों द्वारा मोबाइल या अन्य माध्यमों से आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की शिकायत लगातार मिल रही है। इस पर हर हाल में रोक लगनी चाहिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि राज्य के सभी जेलों में एक माह के अंदर जैमर लगाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो रही है। इस बार दुर्गापूजा बड़े पैमाने पर हो रहा है, जिसमें भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। ऐसे में दिसंबर तक पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। शांति और सद्भाव बना रहे, इसके लिए पुलिस सभी जरूरी और ठोस कदम उठाए।
वारंटों का तामिला त्वरित गति से करें। विभिन्न मामलों में चार्जशीट दाखिल करने की गति तेज हो। कांडों के अनुसंधान में तेजी लाई जाए। छोटे-छोटे केसों में कई लोग लंबे समय से जेल में बंद हैं। ऐसे मामलों का प्राथमिकता के आधार पर जल्द निष्पादन किया जाए। शहरों और हाईवे पर पेट्रोलिंग में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस सूचना तंत्रों के साथ संपर्क को बेहतर बनाएं। थानों की व्यवस्था को दुरुस्त करें और मामलों का निष्पादन जल्द हो। वर्दी के प्रति लोगों की विश्वसनीयता बढ़े, इसे ध्यान में रखकर पुलिस अपनी कार्रवाई करें। शक्ति एप्प का करें प्रचार प्रसार करें, ताकि महिलाएं अपनी शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करा सकें। स्कूल कॉलेजों के आसपास मनचलों के खिलाफ नियमित अभियान चले।
मादक पदार्थों के अवैध कारोबार को लेकर इस वर्ष अब तक 353 केस दर्ज किए गए हैं और 489 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। इस वर्ष 2628 एकड़ खेत से गांजा की अवैध फसल नष्ट की गयी है। इसमें 41 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है जबकि 13 की गिरफ्तारी हुई है। इस वर्ष साइबर अपराध के कुल 617 केस दर्ज किए गए हैं। जिनमें 417 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। कई पीड़ितों को 72 लाख रुपया की वापसी कराई गई है। इस वर्ष बालू के अवैध कारोबार को लेकर 903 छापामारी की गई है। जिसमें 725 केस दर्ज किए गए हैं। 430 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। इसके अलावा 15 सौ से ज्यादा वाहन जब्त किए गए हैं। पत्थर के अवैध कारोबार को लेकर इस वर्ष 260 छापामारी की गई है और 164 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जबकि 322 वाहन जब्त किए गए हैं। शराब के अवैध कारोबार को लेकर दर्ज किए गए 386 मामलों में 350 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
समीक्षा बैठक में ये रहे उपस्थित
उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे समेत अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक तथा पुलिस उप महानिरीक्षक स्तर के कई पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
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