चुरचू-मांडू बॉर्डर के जंगल में मिला मृत हाथी:वन विभाग के पहुंचने से पहले काट लिए गए दांत, कुछ दिन पहले फसल खाते दिखा था।
चुरचू-मांडू बॉर्डर के जंगल में मिला मृत हाथी:वन विभाग के पहुंचने से पहले काट लिए गए दांत, कुछ दिन पहले फसल खाते दिखा था।
हजारीबाग और रामगढ़ जिले के बॉर्डर पर स्थित बसंतपुर जंगल में युवा नर हाथी मृत मिला। सुबह जंगल गए ग्रामीणों ने हाथी के मरे होने की जानकारी रामगढ़ वन प्रमंडल को दी। वन विभाग की टीम मृत हाथी के पास जब तक पहुंचती उससे पहले उसके दोनों दांत काट लिए गए। मृत हाथी युवा टस्कर था। हाथी की उम्र 10 से 12 साल बताई जा रही है। हाथी की मौत कैसे हुई इसका खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन ग्रामीण बता रहे थे कि दो हाथी उनके गांव में आ रहा था। एक हाथी बीमार लगता था। बसंतपुर के ग्रामीणों के अनुसार हाथी को कुछ दिनों पहले फसल खाते हुए रात में देखा गया था। दोनों युवा पूरे क्षेत्र में भटक रहे थे। दिनभर जंगल में रहने के बाद रात में ग्रामीणों की फसल खाने के लिए गांव के पास पहुंच जाते थे। गांव के युवकों ने बताया कि एक हाथी गिर जा रहा था तो दूसरा उसको उठाने की कोशिश करता था।
दिन भर जंगल में रही भीड़
मृत हाथी को देखने के लिए ग्रामीण दिनभर जंगल पहुंचते रहे। शाम में तीन वेटनरी डॉक्टर और दो वन्यजीव विशेषज्ञ की उपस्थिति में पोस्टमार्टम किया गया। ग्रामीणों ने सहित सभी हाथी के उपर फूल चढ़ाया, अगरबत्ती जलाकर अंतिम विदाई दी। पूरी प्रक्रिया रामगढ़ वन प्रमंडल के डीएफओ वेद प्रकाश, वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम वन कर्मी सहित डॉक्टर सत्य प्रकाश के सामने पूरा किया। हाथी का विसरा जांच के लिए संरक्षित कर लिया है।
वर्चस्व की लड़ाई में समूह से निकाले जाते हैं हाथी
हाथियों के समूह में नरो के बीच मादा पर आधिपत्य कायम करने के लिए वर्चस्व की लड़ाई होती है। जो नर लड़ाई में जीता है पत्नियों पर उसी का कब्जा होता है। इसी को लेकर नए युवा नर हाथी विद्रोह कर देते हैं तब उन्हें समूह से बाहर निकाल दिया जाता है। बसातपुर क्षेत्र में एक सप्ताह से घूम रहे दोनों हाथी युवा नर थे। समूह से निकाले गए ऐसे ही हाथी क्षेत्र में ज्यादा उत्पात मचाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार दो हाथी बराबर उनके मकई के खेतों में रात को पहुंच रहे थे।
पोस्टमार्टम से पता चलेगा कारण
रामगढ़ वन प्रमंडल के डीएफओ वेद प्रकाश ने कहा कि विभाग के नियम अनुसार पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का सही पता लग पाएगा। मृत हाथी युवा है। शरीर के ऊपर कहीं से भी चोट के निशान नहीं है। हाथी के शिकार की संभावना का पता लगाने के लिए मेटल डिटेक्टर से भी चेक किया गया। उन्होंने दांत के लिए शिकार की संभावना से इनकार किया।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें