गोशाला को नहीं मिली 50 लाख बकाया राशि, पशुओं को रखने में दिक्कत
गोशाला को नहीं मिली 50 लाख बकाया राशि, पशुओं को रखने में दिक्कत।
राज्य सरकार को पिंजड़ापोल गोशाला को 50 लाख देना है पर अब तक नहीं मिल पाया है। इससे गोशाला संचालन में परेशानी उठानी पड़ रही है। पिंजरापोल गोशाला के सचिव श्रद्धानंद सिंह कहते हैं कि गोशाला को मिलने वाला पैसा बकाया नहीं मिलने गायों को खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है। रांची मुख्यालय की ओर से कहा गया था अगस्त माह में बकाया राशि भेज दी जाएगी। पर अगस्त माह बीत गया राशि नहीं मिली। रोज इंतजार में दिन गुजर रहे हैं। हालांकि नई कमेटी यहां रहने वाले पशुओं के खान पान के प्रबंध में कोई कोताही नहीं बरत रही है। गोशाला में 400 पशु पहले से हैं। सबसे बड़ी दिक्कत यहां पशु चिकित्सकों की हो रही है। प्रतिदिन पशुचिकित्सक का दौरा नहीं होने से गोशाला संचालक को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। उन्होंने इस संबंध में कृषि मंत्री से भी पिछले दिनों भेंटकर कर समस्या बतायी थी। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और विभागीय सचिव ने डीएएचओ को निर्देशित किया था कि गोशालाओं में प्रतिदिन पशु चिकित्सक विजिट करें। लेकिन यहां आने वाले पशु चिकित्सक का तबादला हो जाने से पिछले एक माह से पशु चिकित्सक नहीं पहुंच रहे हैं। जिससे बीमार अैर चोटिल गायों को इलाज करवाने में दिक्कत होती है। वैसे सदर विधायक के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने इस दिशा में कृषि मंत्री और डीसी को ट्वीट किया था, डीसी नैंसी सहाय ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए पशुपालन पदाधिकारी को गोशाला विजिट करने का निर्देश दिया था। विदित हो कि हजारीबाग बड़ा बाजार थाना ने 24 पशुधन को जब्त किया था। यह छोटे पिकअप वाहन पर लदे थे। इस कारण दम घुटने से पांच पशुओं की मौत हो गयी और तीन के पैर टूट गए।

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