बंगाल में मनीलॉड्रिंग के आरोपी मंत्री से जुड़े तार को खंगालने हजारीबाग भंडारा पार्क पहुंची थी आईटी टीम।

बंगाल में मनीलॉड्रिंग के आरोपी मंत्री से जुड़े तार को खंगालने हजारीबाग भंडारा पार्क पहुंची थी आईटी टीम।


तांत्रिक सुरेश के शादीघर भंडारा पार्क में भी छापे
​​​​​​​शहर के जाने-माने तांत्रिक सुरेश भंडारा के देवांगना चौक स्थित शादीघर भंडारा पार्क में भी सुबह छह बजे से छापेमारी जारी थी। पांच अधिकारी यहां कागजातों की पड़ताल में जुटे थे। दो साल पहले उन्हाेंने झंझरिया पुल के पास शादीघर बनाया है। उसका नाम भंडारा पार्क रखा है। इसकी एक दिन बुकिंग के लिए 2 से 3 लाख रुपए देने होते हैं।

बंगाल में मनीलॉड्रिंग के आरोपी मंत्री पार्थो चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी से जुड़े तार को खंगालने भंडारा पार्क पहुंची थी आइटी की टीम। आइटी टीम को इनपुट थी कि यहां पर उनके आदमी पैसा लेकर हजारीबाग आए हुए हैं। इसी सिलसिले में भंडारा पार्क 16 अगस्त को इनकम टैक्स के पदाधिकारी सुबह से ही भंडारा पार्क के कागजात की जांच पड़ताल कर रहे थे। बताया जा रहा था। कि पांच सदस्य भंडारा पार्क में इस पूरे ऑपरेशन में लगाए गए हैं। पूरे पार्क को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया और किसी भी व्यक्ति को अंदर आने की इजाजत नहीं थी। बताया जाता है कि बंगाल की ईडी की इनपुट पर आइटी टीम हजारीबाग आयी थी। हालांकि आइटी टीम को कोई विशेष जानकारी हाथ नहीं लगी। लेकिन यहां बंगाल के मंत्री बताए जाने वाले कौस्तुभ बनर्जी के ठहरने के बात सामने आयी है। इसलिए टीम ने काफी देर तक यहां तफ्तीश की। भंडारा पार्क में करीब आठ घंटे छापामारी चली थी। टीम ने भंडारा पार्क के कर्मचारियों से पूछा कि जो मंत्री ठहरे थे उनके पास बैग था क्या। बैग में क्या था। कर्मचारियों ने बताया कि बैग तो था पर बैग में क्या था। यह जानकारी नहीं है। जानकारी के अनुसार कौस्तुभ बनर्जी आईटी टीम के आने से पहले ही होटल से चेकआउट कर चुके थे। अधिकारी बांग्ला, हिंदी और अंग्रेजी में बात कर रहे थे। उन्होंने जाते वक्त कहा कि भंडारा के कर्मियों से तफ्तीश से आपलोगों को तकलीफ हुई इसका खेद है। अधिकारी ने संकेत दिया कि राजेंद्र साव और भंडारा पार्क में चल रही रेड में सेंट्रल आइटी की टीम लगी थी, दोनों अलग टीम नहीं थी।


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