जानिए तिरंगा🇮🇳 फहराने से जुड़े नियम
हर घर तिरंगा अभियान में सभी जिले वासियों की भागीदारी हो इस बाबत उपायुक्त ने की अपील
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जिलेवासी पूरे आन,बान और शान से लहराएं तिंरगा 🇮🇳: उपायुक्त
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आज़ादी के 75वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश में हर घर तिरंगा अभियान मनाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के उपायुक्त नैंसी सहाय ने सभी नागरिकों से अपने अपने घरों में तिरंगा झंडा फहराने की अपील की है। उन्होंने कहा है की सभी जिलेवासी पूरे आन बान और शान से अपने घरों में तिंरगा फहराएं। इस अवसर को मानाने के लिए अमृत महोत्सव की शुरुआत की गयी है। ये पल भारत के सभी नागरिकों के लिए बहुत ही ख़ास है, इसीलिए उपायुक्त ने जिले के सभी नागरिकों को आज़ादी का जश्न मनाने के लिए‘हर घर तिरंगा’अभियान में शामिल होने का आग्रह किया है, उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम देश के लिए एक गर्व का पल है साथ ही हर घर तिरंगा अभियान से सभी नागरिकों में देशभक्ति व राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान व जुड़ाव में वृद्धि होगी।
👇यहाँ जानिए तिरंगा🇮🇳 फहराने से जुड़े नियम
➡️देश के तिरंगे झंडे को फहराने के लिए कुछ नियम होते हैं। जिसे झंडा फहराते समय इन नियमों का ख़ास ख्याल रखना होता है।
➡️राष्ट्रीय ध्वज फटा या मैला नहीं होना चाहिये।
तिरंगा झंडा खादी, सूती या फिर सिल्क का ही होना चाहिए।
➡️ध्वजा फहराने पर उसे सम्मानपूर्ण स्थान देना चाहिए। यानी उसे ऐसे स्थान पर फहराएं जहाँ से वो स्पष्ट रूप से दिखाई दे।
➡️झंडे पर कुछ भी लिखा या छपा नहीं होना चाहिए।
किसी दूसरे झंडे / पताका को राष्ट्रीय ध्वज से ऊपर या फिर बराबर में नहीं रखा जा सकता।
➡️किसी राष्ट्रीय शोक के अवसर पर ही ध्वजा को आधा झुकाया जा सकता है अन्यथा नहीं।
➡️यदि किसी भवन की खिड़की, बालकनी या अगले हिस्से से झंडे को आड़ा या तिरछा फहराया जाए तो ध्वज को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जा सकता है।
➡️यदि किसी अधिकारी की गाडी पर लगाया जाए तो झंडा गाडी की दाहिनी ओर या फिर बिलकुल बीच में लगाया जा सकता है।
➡️मंच पर झंडा फहराने पर इस बात का ध्यान रखें की जब वक्ता का मुख श्रोता की ओर हो तो झंडा उसके दाहिने तरफ ही होना चाहिये।
➡️ध्वजा सरकारी भवन पर रविवार व अन्य छुट्टियों के दिनों में भी सूर्योदय से सूर्यास्त के समय के मध्य ही
फहराया जा सकता है।
➡️ध्वज फहराते वक्त सदा स्फ़ूर्ति के साथ फहराएं और उतारते समय इसे आदरपूर्वक उतारें। झंडे को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जाए।

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