हजारीबाग के प्रसिद्ध व्यवसायी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता उर्फ इंदर गुप्ता के यहां 60 घंटे चली छापामारी, करोड़ों रुपए बरामद, 8 बैग, दस्तावेज ले गई आईटी टीम।
हजारीबाग के प्रसिद्ध व्यवसायी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता उर्फ इंदर गुप्ता के यहां 60 घंटे चली छापामारी, करोड़ों रुपए बरामद, 8 बैग, दस्तावेज ले गई आईटी टीम।
आयकर टीम ने कोयला कारोबारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का बैंक में एक लॉकर को सील कर दिया है।
आयकर विभाग की छापेमारी और भारी मात्रा में नगदी बरामद होने की खबर के बाद आसपास के लोगों के बीच भी राजेंद्र गुप्ता चर्चा का विषय बना रहे। लोग बता रहे थे कि चंदा के नाम पर राजेंद्र साव महाबीर स्थान पूजा समिति को 51 रुपए ही देते थे, आज उनके घर से करोड़ों निकल रहा है।
हजारीबाग में आयकर विभाग (आईटी) की सेंट्रल टीम, दिल्ली ने मंगलवार को बड़े कोयला कारोबारी राजेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ इंदर गुप्ता के घर पर छापेमारी की। छापे में टीम को कारोबारी के घर से भारी मात्रा में कैश और करोड़ों के जेवरात सहित निवेश के कई दस्तावेज मिले। कैश गिनने के लिए तीन मशीनें मंगाई गई। इनमें से एक मशीन फेल हो गई तो फिर से दूसरी मशीन मंगाई गई। नोट रखने के लिए 18 पलंग भी मंगाए गए। सूत्रों के मुताबिक कारोबारी के घर से नगद कई करोड़ों में, जेवरात सहित 200 करोड़ से ज्यादा के निवेश का पता चला है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इसमें एक विधायक के पैसे होने का भी संदेह है।
छापेमारी के दौरान बिजली गुल हो गई थी। इसे देखते हुए अधिकारियों ने जेनरेटर का इंतजाम भी किया। गुप्ता के हजारीबाग में 2 मॉल, रामगढ़ में नर्सिंग होम राजेंद्र गुप्ता बड़े कोयला व्यवसायी हैं। हजारीबाग में उनका दो बड़ा मॉल है। दूसरे राज्यों में भी गुप्ता कई कारोबार से जुड़े हैं। बिहार के डेहरी में एसएसएफ प्लांट और औरंगाबाद में हार्ड कोक का प्लांट है। हजारीबाग के डेमोटांड़ में वीरेंद्र हार्ड कोक प्लांट है, जो बंद है, लेकिन बोकारो के फुसरो से चालू फैक्ट्री के नाम पर कोयला उठाया जाता है। गुप्ता के दो बेटे हैं। दोनों कारोबार में पिता के साथ हैं। इस मामले में आईटी टीम के अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज करते रहे।
आईटी सूत्र का कहना है कि कोयला व्यवसायी राजेंद्र गुप्ता उर्फ इंद्र गुप्ता के घर हुई आईटी की छापामारी का लिंकेज कोयला से कोई तालुकात नहीं है। यह आय से अधिक संपत्ति का मामला है। दिल्ली इनकम टैक्स विभाग को इनके बारे में इनपुट मिला था। जिसके आधार पर कार्रवाई हुई है। कई दस्तावेज मिले हैं उसकी जांच होगी साथ ही व्यवसायी राजेंद्र गुप्ता को सोमवार को 22 अगस्त को दिल्ली तलब किया गया है जहां व्यवसायी उपस्थित होंगे।
आठ बैग लेकर घर से निकली आईटी की टीम।
इस पूरे ऑपरेशन में दिल्ली की 16 सदस्यीय टीम छापामारी के पदाधिकारी लगाए गए थे। पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता के घर से बाहर निकले तो हाथ में 5 बैग था, आखिर 5 बैग में क्या था यह एक बड़ा सस्पेंस बना हुआ है। वहीं 2 दिन पहले भी तीन बैग छापामारी दल घर से लेकर बाहर निकले थे। कुल मिलाकर इस ऑपरेशन में पदाधिकारी 8 बैग लेकर बाहर निकले। छापामारी के क्रम में व्यवसायी के दोनों पुत्र को बारी-बारी से 24 घंटे के भीतर दो बार अपने इनोवा वाहन में बैठाकर टीम निकली थी। छापामारी समाप्त होने के बाद व्यवसायी के घर से निकलने के क्रम में अधिकारियों ने व्यवसायी व उनके पुत्र के साथ हाथ मिलाया और सपोर्ट के लिए थैंक्स कहा।
कनहरी ले जाकर व्यवसायी के स्टाफ से की पूछताछ
छापामारी के क्रम में गुरुवार को शाम 4:00 बजे एक इनोवा पर कुछ अधिकारी सवार हुए और वह व्यवसायी के इंद्रलोक मॉल पहुंच गए। जहां से एक स्टाफ को अपने साथ लिया और उसे लेकर कनहरी चले गए। सूत्र बताते हैं कि उस स्टाफ से कनहरी में ले जाकर और आने जाने के क्रम में वाहन पर ही कई डिटेल जानकारी ली। जानकारी लेने के बाद उस स्टाफ को वापस पीटीसी चौक के पास छोड़ा और जैसे ही स्टाफ को छोड़कर टीम वापस पहुंची छापामारी समाप्त हो गया।
इधर आईटी सूत्र से मिली अनधिकृत जानकारी के मुताबिक व्यवसायी के घर से इतने दस्तावेज बरामद हुए हैं कि उसकी जांच में टीम को 7 से 10 दिन लग सकते हैं। खबर है कि छापामारी समाप्त होने के बाद जितने बैग टीम अपने साथ ले गई उन बैग में व्यवसायी के घर से बरामद इन्वेस्टमेंट और परचेज से संबंधित दस्तावेज थे।

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