हजारीबाग की एक महिला से साधुवेशधारी दो ठग 25 हजार नकद समेत जेवरात ले उड़े।

हजारीबाग की एक महिला से साधुवेशधारी दो ठग 25 हजार नकद समेत जेवरात ले उड़े।



भोली भाली महिलाओं को ग्रह गोचर के नाम पर ठगी कर रहे हैं। हजारीबाग की एक महिला से साधुवेशधारी दो ठग 25 हजार नकद समेत जेवरात ले उड़े। बुधवार को इस गिरोह के सदस्यों ने हीराबाग चौक निवासी रीता शर्मा पति एसके शर्मा से ठग लिया। ठगी की शिकार हुई महिला ने पुलिस को बताया है कि वह अपनी बहू के साथ रक्षाबंधन को लेकर गुरु गोविंद सिंह रोड में एक प्रतिष्ठित जेवर दुकान में जेवरात की खरीदारी करने के बाद एक प्रतिष्ठान में कपड़े की खरीदारी करने गई। इसी बीच उसकी बहू स्कूटी खड़ी करने लगी। तब तक रीता शर्मा आगे बढ़ गई। मौके पर एक युवक साधु के रूप में रीता शर्मा के पास आया और कहा कि आप पर ग्रह गोचर का प्रभाव है। कोई बड़ी अनहोनी घटना आपके परिवार के साथ होने वाली है। धार्मिक विचार रहने के कारण उस साधु के इस बात से वह सम्मोहित हो गई। इसी बीच ठग ने दो कपूर की गोली लाने को कहा। कहा कि इससे सभी ग्रह गोचर का प्रकोप खत्म हो जाएगा। साधु का साथी दूसरा साधु कपूर लेकर आया और रीता शर्मा के हाथ में दो कपूर दे दिया। शरीर में पहने गए जेवरात देने को रुमाल में रखने को कहा। महिला ने ग्रह गोचर के प्रकोप से पर्श में रखे 25000 नगद, सोने की दो अंगूठी, एक सोने की चेन को रुमाल में रख दिया। इसके बाद उस साधु ने रीता शर्मा से 51 कदम बिना पीछे मुड़कर चलने को कहा। जब तक रीता शर्मा 51 कदम चलती। तब तक दोनों ठग रुमाल में रखे नगदी और जेवरात लेकर भाग गए। इस बीच उनकी बहू आ गयी। इसके बाद सास ने इस घटना को अपनी बहू से बताया। इसके बाद सदर पुलिस को मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई। सीसीटीवी कैमरे को खंगालने का काम शुरू हो गया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस की छापेमारी के बावजूद इस मामले में सफलता नहीं मिल पाई थी।

हजारीबाग, खूंटी रांची तक पसरा है नेटवर्क

साधु वेशधारी ठगों का नेटवर्क हजारीबाग, खूंटी और रांची तक फैला हुआ है। शहर में ग्रह गोचर के नाम पर ठगी करने वाला एक गिरोह सक्रिय है। जो महिलाओं को सम्मोहित कर ठगी की घटना को सरेआम अंजाम दे रहा है। इस गिरोह का दु:साहस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गिरोह के सदस्य मेन रोड जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में ठगी की घटना को अंजाम देख कर चंपत हो जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यह गिरोह कभी रांची तो कभी खूंटी या अन्य जिलों में ठगी की घटना को अंजाम देकर दूसरे शहर में चले जाते हैं और वहां भी इसी टाइप की ठगी की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। स्थानीय पुलिस सीसीटीवी कैमरा खंगालते रह जाती है। इसके बाद ठग गिरोह के सदस्य दूसरे जिला में प्रवेश कर फिर ठगी की घटना को अंजाम देने में जुट जाते हैं। कुछ इसी तरह का मामला हजारीबाग में सामने आया है।

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