गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रशिक्षुओं ने तुंबा गांव में जाकर शनिवार को सर्वेक्षण किया।

गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रशिक्षुओं ने सर्वेक्षण किया। 

गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रशिक्षुओं ने तुंबा गांव में जाकर शनिवार को सर्वेक्षण किया। इस गांव को महाविद्यालय की ओर से गोद भी लिया गया है। गांव में निरक्षर व्यक्तियों की संख्या, आय के प्रमुख स्त्रोत आदि का सर्वेक्षण किया। नशा से होने वाले दुष्परिणामों को बताया साथ ही जागरूक किया। विभागाध्यक्ष अजय कुमार यादव ने प्रशिक्षुओं को सर्वेक्षण कार्य के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सर्वेक्षण शोध का प्राथमिक चरण होता है, जो बाद में गहन शोध करने में सहायता पहुंचाता है।

व्याख्याता परमेश्वर कुमार यावद ने प्रशिक्षुओं को गांव का सर्वेक्षण कराते हुए बताया कि भारत देश में ग्रामीण जनसंख्या अधिक है। यहां जीवन यापन का मुख्य आधार कृषि एवं पशुपालन होता है। सर्वेक्षण करने से ग्रामीण जीवन के रहन-सहन, खान-पान जीवन शैली का पता चलता है। व्याख्यता उमेश प्रसाद ने कहा कि गांव के लोग सीधे-साधे होते हैं। वर्तमान में जीवन जीना पसंद करते हैं और भविष्य की चिंता बहुत कम करते हैं। व्याख्याता अब्राहम धान ने मंदिर में भ्रमण कराकर शिक्षा के आध्यात्मिक पहलुओं से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सर्वेक्षण के महत्व को बताया गया।

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