निलंबन के विरोध में 400 से अधिक वनरक्षियों ने रैली निकाली। रैली के बाद वनरक्षी डीएफओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए।
निलंबन के विरोध में 400 से अधिक वनरक्षियों ने रैली निकाली। रैली के बाद वनरक्षी डीएफओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए।
● अधिकारियों के फैसले को गलत बताते हुए जताया विरोध।
● डीएफओ समेत कई अधिकारियों पर लगाया तानाशही का आरोप।
हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के 400 से अधिक वनरक्षियों ने विष्णुगढ़ और बगोदर के वनरक्षियों के निलंबन के विरोध में शुक्रवार को रैली निकाली। झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ के बैनर तले शुक्रवार को वनरक्षियों ने अधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। रैली के बाद वनरक्षी डीएफओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। इस दौरान डीएफओ के खिलाफ घंटों नारेबाजी करते रहे। वहीं डीएफओ कार्यालय से नदारद रहे। डीएफओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने, बगोदर, दारू, विष्णुगढ़, चरही, बड़कागांव, केरेडारी, बरकट्ठा,चलकुशा, इचाक, चौपारण, बरही, कटकमसांडी, सदर एवं अन्य से जगह से वनरक्षी पहुंचे थे। संघ के राज्याध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि निर्दोष वन कर्मियों पर निलंबन और विभागीय कार्रवाई करना अधिकारियों की ओछी मानसिकता दर्शाता है।
वनरक्षियों के धरना- प्रदर्शन से विकास कार्य हुआ ठप
वनरक्षियों के अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन से विकास कार्य ठप हो गया है। जबकि वर्तमान समय में वनरोपण का काम चल रहा है। ऐसे में वनरक्षियों के धरना प्रदर्शन से लाखो कीं लागत से तैयार की गई पौधे की नर्सरी भी बर्बाद हो सकती है। वहीं अभी प्रखंड स्तर पर वन रोपण का कार्यक्रम भी चल रहा है जो इनके अनिश्चित कालीन धरना कार्यक्रम से कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है।
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