नैंसी गर्ल्स हॉस्टल में छात्रा प्रियांशु कुमारी की आत्महत्या मामले में पिता सुरेश राणा गोरिया करमा निवासी ने हॉस्टल संचालक पर मानसिक रूप से टॉर्चर करने का आरोप लगाया।

नैंसी गर्ल्स हॉस्टल में छात्रा प्रियांशु कुमारी की आत्महत्या मामले में पिता सुरेश राणा गोरिया करमा निवासी ने हॉस्टल संचालक पर मानसिक रूप से टॉर्चर करने का आरोप लगाया।

इस बाबत कोर्रा थाना प्रभारी उत्तम कुमार तिवारी ने बताया कि पिता के दर्ज बयान पर मामले की जांच की जा रही है। यदि बयान सत्य पाया जाता है तो निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कोर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबूगांव स्थित नैंसी गर्ल्स हॉस्टल में शुक्रवार की रात्रि छात्रा प्रियांशु कुमारी की आत्महत्या मामले में पिता सुरेश राणा गोरिया करमा निवासी ने पुलिस अनुसंधान पदाधिकारी प्रवीण कुमार के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। कहा है कि हॉस्टल संचालक के मेंटली टॉर्चर के कारण उनकी बेटी प्रियांशु ने आत्महत्या कर ली है। इस बाबत कोर्रा थाना प्रभारी उत्तम कुमार तिवारी ने बताया कि पिता के दर्ज बयान पर मामले की जांच की जा रही है। यदि बयान सत्य पाया जाता है तो निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 क्या है मामला

 कोर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबूगांव नैंसी गर्ल्स हॉस्टल के रूम नंबर छह में रहने वाली छात्रा प्रियांशु कुमारी (17) ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। शाम सात बजे तक कमरा नंबर छह के नहीं खुलने पर हॉस्टल में रहने वाले लड़कियों को कुछ शंका हो गई। आपस में कानाफूसी करने के बाद कुछ लड़कियों ने पीछे की खिड़की से झांक कर देखा तो देखा कि रूम में रहने वाली लड़की चौकी के सहारे फांसी के फंदे से लटक रही है। लड़कियों ने इसकी सूचना हॉस्टल मालिक को दी। फिर वहां काम करने वाले वर्कर के सहायता से शव को नीचे उतारा गया। तब तक फांसी पर झूल रही लड़की की मृत्यु हो चुकी थी। इसके बाद 100 नंबर डायल कर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। इस घटना के बाद हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों आसपास क्षेत्रों में सनसनी फैल गई। कई लड़कियों के अभिभावक भी अपने बच्चों का हाल-चाल लेने पहुंच गए। शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है कि छात्रा बरही प्रखंड के गोरिया करमा की रहने वाली है। हॉस्टल में रहकर एक निजी सीबीएससी स्कूल में 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। रूम नंबर छह में दो लड़कियां साथ में रहती थी।

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